मुल/नासिर खान :-अचानक माता पिता की दुर्घटनाएं में मौत हो जाए तो बाल मन कितना दुखी होता होगा ऐसे मे कोई उनकी मदद के लिए आकर सहारा दे जाए तो वह अनाथ बालक सारे गम भुलाकर ईश्वर का शुक्र ही अदा करेंगे.
After voting, a couple going to Andhra for livelihood died in an accident
यह दुखद दुर्घटना गडचिरोली लोकसभा चुनाव के दिन की है. जराते पती पत्नी संवैधानिक अधिकार के तहत मतदान कर रोजी रोटी के लिए आंध्र प्रदेश जा रहे थे के गांव के समिप ही एक दुर्घटना मे उनकी मृत्यू हो गयी पुरे ईलाके मे ईस दुखद घटना को लेकर मातम सा छा गया दोनो बच्चे चेतन और यश उम्र 8,10 साल अनाथ हो गये बच्चो की परवरीश दादाजी बालाजी जराते के बुढे कांधो पर आन पडी. जराते परिवार मूल तहसिल के टेकाडी ग्राम का निवासी था जो गडचिरोली के एकोडी ग्राम मे रह रहा था.दुखद घटना मे संजय बालाजी जराते तथा पत्नी शुभांगी संजय पराते के दुखद निधन के बाद बच्चों के बे सहारा होने पर राष्टवादी कांग्रेस मुल तालुका अध्यक्ष मंगेश पोटवार ने उन बच्चो को गले लगा लिया यूं कहिए के उन्हे गोद ले लिया अब वे बे सहारा नही रहें. उन बच्चों को आर्थिक सहाय्यता कर तिन वर्ष तक शैक्षणिक सहायता करने का निश्चय किया और राष्ट्रवादी कांग्रेस के वर्धापन दिन के अवसर पर बच्चों के दादा बालाजी जराते तथा बच्चों के हाथों मे आर्थिक तथा शैक्षणिक सहाय्यता सौंपी ईस नेक निती अवसर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस मुल के अध्यक्ष आकाश येसनकर, तालुका युवक अध्यक्ष रोहीत कांबले, अर्चना ताई सुखदेवे, सुनिल कांबली, भोई समाज के अध्यक्ष तुकाराम गोहणे,ईश्वर जराते तथा भारी संख्या मे ग्रामिण उपस्थित थे!
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