मुल नासिर खान:- एल्गार ग्रामिण महिला बिगर शेती सह.पत संस्था राजोली को डुबाकर कर खातेेदारो की झुठी सही करके और अनेक खातेदारों की दैनिक रकम जमा ना करके लाखों रूपये हडप लेने वाले संस्था के सह. व्यवस्थापक तथा अन्य दो संबधितो के खिलाफ मुल पुलीस स्टेशन मे एफ आय आर दर्ज होने की विश्वासनिय जानकारी प्राप्त हुई है.
FIR against Elgar Mahila Gramin Sahakari Credit Co_operative Society Rajoli Co. Manager Kolhatwar and two others
मुल शिवसेना ( शिंदे ) द्वारा ईस मामले मे सामने आने और निबंधक मुल कार्यालय मे लिखीत शिकायत दर्ज कराए जाने पर यह मामला प्रकाश मे आया था. सहाय्यक निबंधक वानखेडे मुल ने ईस प्रकरण की गंभिरता को समझते हुए जांच के आदेश चंद्रपुर कार्यालय से प्राप्त कर जांच के लिए लेखा परिक्षक मनिष अमरसिंग जाधव को नियुक्तत किया था. लगभग पाच महीने की जांच के उपरांत लाखों की हेराफेरी और गबन किए जाने की पुष्टी होने पर जांच अहवाल चंद्रपुर कार्यालय को भेजा गया जहां से प्राप्त आदेश के बाद जनता के 51 लाखों 75 हज़ार 410 /- रूपये गबन करने वाले तीन आरोपियों के खिलाफ मुल पुलिस स्टेशन में सहाय्यक निबंधक कार्यालय मुल के लेखा परिक्षक मनिष अमरसिंग जाधव ने दि.27 .06 . 2024 को लिखित शिकायत दर्ज कराई है जिससे अन्य सह.पत संस्था केे खातेदारों के बिच बेचैनी देखने को मिल रही है.
एल्गार महिला ग्रामिण बिगर शेती सहकारी पत संस्था र.क्र. 418 शाखा मुल के सह. व्यवस्थापक रविंद्र तुलसीराम कोल्हटकर निवासी चिखली तह. मुल पर आरोप है की उसने झुठे हस्ताक्षर कर 38 लाख 3 हजार 944/- रुपयों का अपहार किया तथा 10 लाख 24 हजा़र 966 / - रू.खाता धारकों के खाते मे जमा नही किए. दुसरे आरोपी संस्था के लिपिक तथा एजंट सुशिल किर्तीमंत श्रीमंतवार निवासी मुल ने 2 लाख 52 हजा़र 50 रू. दैनिक वसुली जमा नही की एंवम् तिसरे आरोपी यशकुमार रामभाऊ लेनगुरे निवासी राजोली तह. मुल ने 94 हजा़र 450 रू.की दैनिक वसुली संस्था में जमा नही की. कुल रकम 51लाख 75 हज़ार 410 रू.का अपहार होने की पुष्टी होने पर सहायक निबंधक कार्यालय के लेखा अधिकारी मनिष अमरसिंग जाधव की लिखीत रिपोर्ट पर मुल पुलिस ने भारतीय दंड संहीता 1860 के अनुसार धारा 409, 420, 467, 468, 471, 34 के तहत मामला मुल पुलिस स्टेशन में दर्ज कर लिया गया है
एल्गार महीला ग्रामिण बिगर शेती सह.पत संस्था राजोली के दरवाजे लगभग एक साल पहले अचानक बंद हो जाने से रकम जमा करने वाले सैंकडो खाता धारको के पैरों तले से जमीन ही खिसक गयी थी, लुट चुके खाता धारकों के दिल दिमाग ने काम करना ही बंद कर दिया था, मंदीर के कम और एल्गार पत संस्था के चक्कर दिन मे दस बार होने लगे थे फिर यह चक्कर धिरे धिरे कम होने लगे और एक समय ऐसा आया के लोग अपने आपको ही दोषी ठहराने लगे लेकीन मुल तालुका शिवसेना ( शिंदे ) के तालुका अध्यक्ष आकाश कावले के ईस मामले मे सामने आ जाने तथा संज्ञान लेने से डुबे हुए खाता धारको में उम्मीदें जागी और संस्था के लुटेरों के खिलाफ जांच होकर मामला पुलीस मे दाखील हो पाया. यह पुरा अपहार गबन का मामला अप्रेल 2021 से मार्च 2022 तक का होना बताया गया है.
जानकारी के अनुसार पुलीस में शिकायत के बाद यह मामला पुलिस इंस्पेक्टर अविनाश सितारामजी मेश्राम के सुपुर्द किया गया है. लगभग एक महीना होने के उपरांत भी अब तक किसी भी अपराधी को पुलीस गिरफ्तार कर नही पायी है. एल्गार महिला पत संस्था मे जमा रकम रोज़मर्राह के मेहनत करने वाले फुटपाथीयों, मजदुरों की मेहनत की कमाई है जिसका अपहार बिना कीसी खौफ के " एल्गार " ईस प्रख्यात नाम के आड मे किया गया है. ईससे पुर्व मुल मे सेवानिवृत्त शिक्षको की सहकारी पत संस्था मे तथा सावली मे आदीवासी सहकारी पत संस्था में लाखों के अपहार के बाद ताला लग गया लुटेरे आज भी शान से घुम रहे है. निबंधक सहकारी संस्था कार्यालय की ओर से उस समय के अधिकारीयों ने कोई ठोस कारवाई नही अपनायी लेकीन यहां शिवसेना ने आरंभ से अंत तक मामले को ठंडे बस्ते मे जाने नही दिया वहीं सहा.निबंधक मुल लक्ष्मीकांत वानखेड़े जैसे कर्तव्य परायण अधिकारी के होने से मामले मे जांच होकर आरोपियों के खिलाफ मामला पुलीस मे दर्ज हो पाया है. शायद मुल तहसिल मे पत संस्था के खिलाफ यह पहला मामला है जिसमें जांच होकर उचित कारवाई अपनाई गयी.
जानकारों के अनुसार पुलिस मे 27.06 .24 को रिपोर्ट होने पर तत्काल आरोपियों को अटक किया जाना चाहिए था लेकीन आरोपियों को अब तक अटक नही किया गया. जनता के बिच सवाल उठ रहा है के क्या किसी राजनितिक दबाव के चलते अटक को टाला जा रहा है या फीर आरोपीयो को अटक पुर्व जामीन के लिए पुलीस की ओर से अवसर दिया जा रहा है?
पुलिस मे रिपोर्ट के बाद जब निबंधक सह. संस्था के लेखा अधिकारी मनिष जाधव से पुछा गया के जिन खाता धारकों के हजारों रूपये संस्था के रेकार्ड पर जमा है और आरोपीयो ने उसका अपहार कर लिया वह उन्हे वापस कब मिलेंगे? ईस सवालके जवाब मे ऊन्होने कहा के संस्था ने लाखों का लोन लोगों दे रखा है हम उन सभी लोन धारको को लोन की राशी कार्यालय में जमा करने का नोटीस बजाएंगे, लोन धारकों द्वारा लोन की राशी जमा ना करने पर नियमा नुसार उनकी मालमत्ता जप्ती और निलामी की कारवाई होकर वसुली की जासकती है वैसे ही समय आने पर लाखों का गबन करने वाले तिनो आरोपियों की प्रापर्टी भी कोर्ट के आदेशानुसार जप्त कर निलाम करने की कारवाई अपना कर खाते धारको को उनकी जमा रकम लौटाए जाने की व्यवस्था की जा सकती है
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