सिंदेवाही :-आज शनिवार 10 मई 2025 की सुबह सिंदेवाही वन क्षेत्र में हुई दो अलग-अलग घटनाओं में तीन महिलाओं की मौत हो गई और एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से क्षेत्र में शोक फैल गया है तथा नागरिकों में भय का माहौल पैदा हो गया है.Tiger Attack
पहली घटना चारगांव बागे सेल नंबर 252, रिजर्व फॉरेस्ट, डोंगरगांव निर्दिष्ट क्षेत्र, सिंदेवाही वन क्षेत्र में हुई. वंदना विनायक गजभिये (उम्र 50, निवासी चारगांव बागे) सुबह करीब 9.15 बजे तेंदू पत्ता इकट्ठा करने गई थीं. इसी समय, घात लगाए बैठे बाघ ने अचानक उन पर हमला कर दिया। बाघ के हमले से वंदना चीख पड़ी. उनकी चीखें सुनकर आसपास मौजूद अन्य महिलाएं और पुरुष मदद के लिए दौड़े. लोगों की आवाज सुनकर बाघ जंगल की ओर भाग गया, लेकिन हमले में वंदना गंभीर रूप से घायल हो गई. घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और जांच की.घायल वंदना को इलाज के लिए सिंदेवाही के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस बीच, इसी वन क्षेत्र के राम (माल) वन क्षेत्र में एक और हृदय विदारक घटना सामने आई. शुभांगी मनोज चौधरी (उम्र 38), कांताबाई बुधा चौधरी (उम्र 60) और रेखा शालिक शेंडे (उम्र 48, सभी निवासी मेंढा माल) अन्य महिलाओं और पुरुषों के साथ तेंदू पत्ता इकट्ठा करने के लिए गांव के पास जंगल में गए थे. दोपहर बाद भी जब वह घर नहीं लौटे तो परिजनों व ग्रामीणों ने उसकी तलाश शुरू की. खोजबीन के दौरान डोंगरगांव बीट कक्ष क्रमांक 1355 के मेंढा माल चक जंगल क्षेत्र में तीनों महिलाएं मृत पाई गईं. नागरिकों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी. वन विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, जांच शुरू की और तीनों महिलाओं के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिंदेवाही के ग्रामीण अस्पताल भेज दिया. चौंकाने वाली बात यह है कि मेंढा माल में मरने वाली तीन महिलाओं में एक ही परिवार की सास और बहू शामिल हैं, जिससे गांव में हाहाकार मच गया है.
जैसे ही इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की खबर तालुका में जंगल की आग की तरह फैली, सिंदेवाही के ग्रामीण अस्पताल के बाहर नागरिकों की भारी भीड़ जमा हो गई। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सिंदेवाही पुलिस भी अस्पताल पहुंची.
इन घटनाओं से सिंदेवाही वन क्षेत्र में भय का माहौल पैदा हो गया है, तथा तेंदू पत्ता इकट्ठा करने गए अन्य नागरिकों में भी दहशत फैल गई है. वन विभाग ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है. वन विभाग के अधिकारियों ने नागरिकों से वन विभाग के निर्देशों का पालन करने और अकेले या छोटे समूहों में जंगल में प्रवेश न करने की अपील की है.
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