चंद्रपुर: पिछले एक माह भर में ग्रामीणों के लिए आफत बनकर लोगों की जान लेनेवाले बाघ और तेंदूए को पकडने में आखिरकार वनविभाग को सफलता मिली है. सावली और ब्रम्हपुरी में जहां बाघों को पकडा गया वहीं कोरपना में तेंदूआ पिंजरे में कैद हुआ. इन वन्यजीवों ने कई लोगों की जान ली थी. जिससे ग्रामीणों में काफी दहशत थी.Tigers and panthers who eventually kill their captives
सावली तहसील में नागरीकों में दहशत फैलाने वाले बाघ को पकड़ने में वन विभाग को सफलता मिली है. हालांकि वन विभाग ने राहत की सास छोडी है. लेकिन अभी भी दो और बाघ वन विभाग के रडार पर हैं. उक्त कार्रवाई बुधवार की छह बजे के बीच वनपरिक्षेत्र कार्यालय सावली अंतर्गत आनेवाले उपक्षेत्र व्याहाड खुर्द नियत क्षेत्र सामदा व्याहाडबुज कक्ष क्रमांक 1502 में की गई.
तहसील के रुद्रापुर और खेड़ी में बाघ ने हमला कर दो लोगों को मार डाला. वन विभाग ऐसी घटनाओं को रोकने का प्रयास कर रहा है. चंद्रपुर मुख्य वन संरक्षक प्रकाश लोनकर, विभागीय वन अधिकारी प्रशांत खाड़े, सहायक वन संरक्षक निकिता चौरे, सावली क्षेत्र वन अधिकारी पी. जी. विरुटकर पिछले 21 दिनों से लगातार 40 कर्मचारियों के साथ बाघ पर नज़र रख रहे थे. सुबह करीब छह बजे जैसे ही कक्ष क्रमांक 1502 में बाघ पर नजर आनेपर उसे ट्राक्युलाईन कर बेहोश किया गया. वन विभाग के अनुसार यह बाघ तहसील में सबसे बड़ा है और इसका वजन करीब दो से ढाई क्विंटल है. बाघ ने क्षेत्र में आतंक मचा रखा था, जिससे किसान व आम नागरिक सहमे हुए थे. लगातार हमलावर बाघों को कैद करने की मांग की जा रही थी.
बाघ के बढ़ते आतंक से वन विभाग पिछले इक्कीस दिनों से लगातार बाघ की तलाश में था. दिन-रात मेहनत करने के बाद आखिरकार वन विभाग ने उक्त बाघ को पिंजरे में कैद कर लिया. इससे भयभीत और आक्रोशित नागरिक शांत हुए. क्षेत्र सहायक आर. जी कोडपे, आर. एम. सूर्यवंशी, ए एन मेश्राम, एन बी पाटिल, एस एन वाकडोत, विभाग के सभी वन रक्षक के साथ-साथ शार्प शूटर बी एम बनकर, पशु चिकित्सा अधिकारी पी एन बशेट्टी ने अथक परिश्रम किया.
ब्रम्हपुरी में लगातार दो दिन महिलाओं का किया था शिकार
ब्रम्हपुरी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत खेत में काम कर रही महिलाओं पर शुक्रवार और शनिवार को दो किमी दायरे में लगातार हमला कर जान लेनेवाले बाघ को पकडने के आदेश राज्य के वनमंत्री ने वनविभाग को दिए थे. आज तोरगांव परिसर में वनविभाग ने रेस्क्यू आपरेशन कर आखिरकार बाघ को पकडने में सफलता पायी है.
30 और 31 दिसंबर 2022 को ब्रम्हपुरी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत खेत में कार्य कररही तोरगांव बुज की सिता रामजी सलामे और ब्रम्हपुरी_ नागभीड सीमा के समीपस्थ टेकरी के पास नर्मदा प्रकाश भोयर को बाघ ने अपना शिकार बनाया. घटना को लेकर लोगों में काफी रोष था. वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने वनविभाग को नरभक्षक बाघ को तत्काल पिंजरे में कैद करने के आदेश दिए.
इसके अनुसान आज रविवार 1जनवरी 2023 को तोरगांव बुज में उपद्रवी बाघ को वनविभाग ने पिंजरे में कैद करने में सफलता पायी. बाघ के पकडे जाने पर पूर्व विधायक अतुल देशकर ने वनमंत्री मुनगंटीवार का आभार जताया है.
अंतत: तेंदूआ हुआ पिंजरे में कैद
तेंदूए के आतंक से परेशान थे ग्रामीण
कोरपना तहसील के वनसडी परिक्षेत्र में उपद्रव मचाते हुए एक 9 वर्षीय बालक की जान लेनेवाले तेंदूए को पकडने में आखिरकार वनविभाग को सफलता मिली. बुधवार के तडके 4 बजे तेंदूए को पकडने में सफलता मिली. पिपर्डा में लगाये गए पिंजरे में तेंदूआ फंसा.
वनसडी वनक्षेत्र में जामगांव, बेलगांव, गडचांदूर, निजामगोंदी, नोकारी, डवी आदि गांव में तेंदूए ने आतंक मचा रखा था. एक माह से लोग तेंदूए के दहशत में जी रहे थे. यहां खेत में अपने मातापिता के साथ मौजूद नितीन आत्राम को तेंदूए ने अपना शिकार बनाने के साथ एक अन्य व्यक्ति पर हमला किया था.
उपवनसंरक्षक श्वेता बोड्डू, सहायक वनसंरक्षक श्रीकांत पवार के मार्गदर्शन में वनविभाग के अतिशीघ्र दल, स्थानीय वन कर्मी ने तेंदूए के लोकेशन पर ट्रैप कैमरे, पिंजरे लगा रखे थे. रात दिन समूह के शक्ल में गश्त दी जा रही थी. वहीं तेदूआ पकडे नहीं जाने से लोगों का आक्रोश बढ रहा था. ऐसे में आज बुधवार तडके चार बजे के बीच पिपर्डा गांव के पास लगाये गए पिंजरे में तेदूआ आ फंसा. वनकर्मचारियों ने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. उनके मार्गदर्शन में आगे की कार्यवाही की गई.
इस बीच नागरिकों ने बडी संख्या में तेंदूए को देखने के लिए भीड कर रखी थी. तेंदूआ कहां रखा जाएगा इसका वरिष्ठ अधिकारी निर्णय लेंगे ऐसी जानकारी वनपरिक्षेत्र अधिकारी ने दी. तेंदूए के पकडे जाने से वनकर्मचारियों सहित जनता ने राहत की सांस ली.
उक्त मुहिम वनपरिक्षेत्र अधिकारी अरूणा चौधरी के नेतृत्व में क्षेत्र सहायक दिनेश चामलवार, वनरक्षक रवींद्र कुनघाटकर, प्रवीण बोभाटे, महादेव जाधव, करिश्मा पांचभाई, सुरेश नल्लूरवार, अतिशीघ्र दल के वनपाल बी.के. पेंदोर, एस.जी. नगारे, पी.एम. मेकेवाड, चालक हंसराज दुर्गे साथ ही कोरपना, गडचांदूर, पारडी उपक्षेत्र के वनकर्मचारी साथ ही जिवती के वनपरिक्षेत्र अधिकारी संदीप लंगडे, बल्लारशाह के क्षेत्र सहायक कोमल गुगलोत ने विशेष मुहिम चलाकर सफलतापूर्वक पूरी की.
0 comments:
Post a Comment