मुल / नासीर खान:- चुनाव से पहले एक रूपय्ये वाले किसान बिमा को जमकर उछाला गया के सभी नुक्सान ग्रस्त किसानो की बिमा राशी मंजुर की गयी यह कहकर वोट तो ले लिए लेकीन नुक्सान भरपाई की बिमा राशी अब तक नुक्सानग्रस्त किसानों को नही मिली.
सरकार बन गयी अब बिमा की राशी किसानों को मिले ना मिले अब क्या फर्क पडता है सरकार को. चुनाव के समय में बिमा राशी द्वारा सभी बिमा धारक किसानो को नुक्सान भरपाई पर बिमा मंजूर किये जाने घोषणा की गयी जिसका सोशल मिडीया पर जमकर प्रसारण भी किया गया था.चुनाव हो गया सत्ता पर विराजमान फीर भाजपा हो गयी अब उसके मंत्री सत्ता का आनंद उठाएंगे या गरीबो किसानों की सोचते रहेंगे. बिना मंत्री के चंद्रपुर जिले को पहले ही सोची समझी साजिश के तहत हाशिए पर डाल दिया गया है ऐसी चर्चा हर घर गली नुक्कड चौराहे पर हो रही है.
पिछले वर्ष 2023/ 2024 मे अकाली वर्षा के कारण खडी फसल बर्बाद हो गयी थी जिसकी तक्रार कर फसल बिमा राशी की मांग की गयी थी. कहा जाता है के 11हज़ार किसानों ने एक रूपये वाला फसल बिमा कराया था लेकीन बिमा कंपनी ने केवल 3 हज़ार 150 किसानो को बिमा मंजूर कर बाकी के किसानो यह कह कर नामंजूर कर दिया के अकाली वर्षा हुई ही नही थी.लगभग 7000 किसानो को बिमा राशी से वंचित रहे, जिसमे चुनाव से पहले 5480 किसानो के प्रस्ताव मंजूर किए जाने की बात भी सामने आई थी लेकीन उन किसानों की चप्पलें घिस गयी बिमा राशी अब तक हाथ ना आई. सरकार बिमा राशी से वंचित किसानो को तत्काल बिमा राशी दिला पाएगी ईसकी गैरंटी भी किसानो के बिच नही है क्यों के चुनाव होने तक गरीबो किसानों की बात करने वाले सरकार बनाते हीअब अमिरों के कहलाने लगे है अक्सर ऐसा ही होता देखा गया है .
आश्चर्यजनक बात तो यह है के एक किसान को बिमा मंजूर पडोसी किसान को बिमा राशी ना मंजूर .सवाल उठ रहा है क्या अकाली वर्षा भी किसान के साथ भेदभाव कर बरसी है ? देखा जाए तो सरकार की हर योजना वितरण मे भ्रष्टाचार की बु आने लगी है फिर वह घरकुल हो नुक्सान भरपाई या कुछ और बिना ले देकर लाभ ही नही मिलता ऐसी चर्चा हर कही विशेषत: ज़रूरतमंदो के बिच बनी रहती है.
फसल बिमा कंपनी द्वारा तांत्रीक अडचन बता कर जिन किसानों की बिमा राशी ना मंजूर की गयी थी उस संबंध मे आवश्यक पुरावे दस्तावेज देने पर बिमा कंपनी द्वारा प्रस्ताव मंजूर किए गये है लेकीन अब तक बिमा राशी प्राप्त नही हुई. प्रशासन किसानो को बिमा राशी दिलाने के लिए प्रयासरत है.
---- सुनिल कारडवार, तालुका कृषी अधिकारी मुल.
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