मुल / नासीर खान:-पंचायत समिती मुल के अंतर्गत प्रधान मंत्री आवास योजना 2023 - 2024 के लिए 1174 घरकुल देने के लिए आवेदन लिए गये थे जिसमे लाभार्थीयों को पहला हफ्ता दिया गया.लाभार्थियों ने उधार नगद लेकर काम को आगे बढाया. ईधर पंचायत समिती के ओर से दुसरा हफ्ता नही मिला.दुकानदार के पहले ही पैसे लाभारर्थी दे नही पाए दुकानदार ने उधार देना बंद कर दिया और लाभार्थियो के आवास खुले के खुले रह गये. कहा जा रहा है के निधि के अभाव में पांच महीने से कोई हफ्ता नही मिला जिसके चलते प्रधान मंत्री आवास योजना खटाई में पड गयी.पुरी बरसात ऊन लोगों ने कैसे गुजारी होगी जिन्होंने मंजुर आवास योजना के तहत अपने घर खोल लिए.
पहली मंजुर आवास योजना की किस्त सरकार दे नही पाई और विधान सभा को सामने देख और नये आवास देने के लिए अर्ज बुलाए गये. कहा जाता है की ईस प्रकार की आवास योजनाओं को लेकर हर ग्राम पंचायत में आवास योजना का यही हाल है.अब 2024 - 25 के लिए लगभग 1416 नये आवास देने का लक्ष रखा गया है और दो दीन के अंदर आवेदन जमा करने का फरमान बजाया गया. यह चुनावी फंडा सरकार के लिए कितना फायदेमंद कितना नुक्सान देह साबित होगा यह तो चुनाव बाद की मतगणना के बाद ही पता चलेगा.
सरकार के पैरों तले की जमीन खिसकती जा रही है ऐसा हालात से लग रहा है तभी तो सरकार जो पांच साल में नही बांट पाई वो अब फटा फट बाटने में लगी है. पहली आवाज योजना के लिए निधी नही दुसरी आवास योजना का ढिंडोरा पिटने में लगी है. जिनके पास आवास है उन्हे भी आवास. अनेकों सरपंचों ग्राम पंचायत सदस्यों ने स्वयं आवास योजना का लाभ उठाने और अपने रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने का काम किया है यह जांच का विषय है. और जांच तभी हो सकती है जब सरकार बदलेगी.तब जनता खुद आवास योजना मे भ्रष्टाचार को उजागर करेगी. ईस दौर हर अधिकारी अपने आपको ईमानदार बताने में लगा हुवा है लेकीन ढुंडने पर ईमानदार अधिकारी हजारों मे एक मिल पाएगा जो जनता की सोच सके.पंचायत समिती में भ्रष्टाचार नही हो रहा यह दावे के साथ कोई नही कह सकता. प्रधान मंत्री आवास योजना को लेकर सरकार पर से जनता का विश्वास उठ चुका है पैसा हाथ मे आने से पहले अब वह घर खोलकर बैठना नही चाहेगी.जनता के बिच ईसे चुनावी लाली पाप कहा जाने लगा है!
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