मुल / नासीर खान:- सि.आई.एन. आई.( टाटा ट्रस्ट ) के लखपती किसान योजना 2.0 प्रकल्प के अंतर्गत 2023/2024 में थिंबक व आच्छादन योजना के लाभार्थी सौ. रूपाली युवराज चौधरी के खेत मे एक दिवस अभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. ईस कार्यक्रम मे कांतापेठ, भगवानपुर, दहेगांव, रत्नापुर तथा ग्राम चिमढा के किसानो ने उपस्थित रहकर अभ्यास कार्यक्रम का लाभ उठाया.
Practice program on Tata Trust's "Lakhpati Kisan - Smart Village" Thimbak and Coverage Scheme concluded in Chimdha
ईस कार्यक्रम के दौरान ड्रिप एवं मल्चिंग के लाभ, सब्जी भाजी उत्पादन पर मार्ग दर्शन तथा आधुनिक तरीके से खेती करने का आव्हान कर श्री युवराज चौधरी ने अपना अनुभव उपस्थित किसानों के बिच साझा करते हुए किसानों द्वारा पुछे गये सवालों के उत्तर दिए. ईस अवसर पर सी.आय.एन.आय. टाटा ट्रस्ट के तालुका समन्व्यक निखिल नागुलवाडे, क्षेत्र के समन्वयक दीनकर शेंडे तथा ईन्जियर अमित शेरकी द्वारा किए गये मार्गदर्शन से भी उपस्थित किसान लाभान्वित हुए.
सि आय एन आय ( टाटा ट्रस्ट ) का गरीबी उन्मूलन के साथ महिला सशक्तीकरण पर जोर
प्राप्त जानकारी के अनुसार टाटा ट्रस्ट के संगठन कलेक्टिव्स फार इंटीग्रेटेड लाइवलीहुड इनिशिएटिव ( सि आय एन आय ) ने अपनी कृषि तकनिकी को स्मार्ट बनाने के लिए एक स्टार्ट-अप " क्रापईन" से समझोता किया है.ईस समझौते की खास बात यह है की गरीबी उन्मुलन के साथ महिला सशक्तीकरण पर भी जोर दिया गया है.बता दें की सि आय एन आई और क्रापईन के बिच का यह समझोता टाटा ट्रस्ट के " मिशन 2020 :लखपती किसान- स्मार्ट विलेज " कार्यक्रम के तहत किया गया हैं. ईस मिशन का मक्सद एक लाख से अधिक परिवारों को गरीबी से मुक्त करना और उनके जिने के तरीके में सुधार लाना है. सि आय एन आई का दावा है की झारखंड के 4300 से अधिक किसानों की आजिविका मे सुधार आया है.
यहां यह बता देना जरूरी है के सि आय एन आई टाटा ट्रस्ट की नोडल एजंसी है. ट्रस्ट ने अपने पंच वार्षिक मिशन कार्यक्रम " लखपती किसान स्मार्ट गांव " की शुरूआत 2015 में की थी. ईस कार्यक्रम के तहत झारखंड, ओडीसा, गुजरात और महराष्ट्र समेत अन्य राज्यों के किसानों के जिवन स्तर को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है. फिलहाल क्रापईन के साथ यह समझोता झारखंड के लिए हुआ है.
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