भद्रावती तालुका प्रतिनिधी :-भद्रावती तालुका के चोरा में 20 अप्रैल 2025 को गांव के कुएं में 14 वर्षीय नाबालिग लड़की का संदिग्ध शव मिला था. पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर स्पष्ट किया कि यह आत्महत्या थी. हालांकि, मृतक लड़की की मां ने कहा कि उसकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि नौ लोगों ने उसका यौन उत्पीड़न किया और उसकी हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने सबूत भी नष्ट कर दिए.
Accused of sexually assaulting and murdering a girl
लड़की की मां दीपा आसुटकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह आरोप लगाया.इस मामले में अमोल दोडके नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था. उस पर पोस्को समेत अन्य मामला उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया. हालाँकि, शेष आठ आरोपियों को रिहा कर दिया गया. मृतक की मां ने मांग की कि इन आठ आरोपियों के खिलाफ हत्या और यातना का मामला दर्ज किया जाए और मुख्य आरोपी के खिलाफ बलात्कार का मामला भी दर्ज किया जाए.
मृतका अपने माता-पिता की इकलौती पुत्री थी. हमारी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती. पुलिस ने इस मामले में अभी तक किसी का बयान दर्ज नहीं किया है. अगर पुलिस गांव में आकर व्यक्तिगत रूप से बयान लें तो सच्चाई सामने आ जाएगी. शव परीक्षण भद्रावती के बजाय चंद्रपुर में किया गया. पुलिस ने शव को जमीन में दफनाने के बजाय उसका अंतिम संस्कार करने का निर्देश दिया. यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय कुछ राजनीतिक नेताओं के जरिए मामले को दबाने का प्रयास किया गया. प्रेस कांफ्रेंस में कहा गया कि अगर आठ दिन के अंदर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की तो पुलिस प्रशासन के खिलाफ कोर्ट में मामला दायर किया जाएगा. इस अवसर पर दीपा आसुटकर, रणदीप आसुटकर और विनोद खोबरागड़े उपस्थित थे.
प्रतिक्रिया
घटनास्थल पर लड़की की चप्पलें और मोबाईल मिला था. गांव के तीन लोगों ने मृत लड़की को कुएं की ओर जाते हुए देखा था. मृतक लड़की व एक अन्य व्यक्ति से मोबाइल फोन पर हुई बातचीत तथा चार डॉक्टरों द्वारा किए गए पोस्टमार्टम की मेडिकल रिपोर्ट से आत्महत्या साबित होती है. यह हत्या नहीं है.
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