मुल / नासिर खान:-
बाघ के बढते प्राण घातक हमलों में एक मेंढपाल कुरमार को अपनी जान गवांनी पडी. वन विभाग का बाघों पर नियंत्रण नही रहा, बाघ नियंत्रण से बाहर है. बाघों की सुरक्षा में ईंसानो की बली दी जा रही है और ईसे सरकार की मुक सहमती प्राप्त है ऐसा अगर कोई कहे तो गलत नही होगा.सत्ता के लिए गरीबों के दर तक पहुंचना और सत्ता पाते ही गरिबों की सुरक्षा तथा हितों की रक्षा पर कोई ठोस निर्णय लेने मे असमर्थता का सामने आना जनहित मे दिखाई नही देता. आज तक बाघ के हमले उन गरीब चरवाहो खेतीहर मजदुरों पर ही हुए है जो दो समय की भुक मिटाने खेतों और जंगलों मे जाते है और बाघ के हमलों मे अपने प्राण गंवा चुके हैं.
Two sheep keepers died in continuous tiger attacks near Somnath Road and behind Carnival Factory: People are breathing in terror
दि.6 की रात मे मेंढपाल अपने मेंढीयों बकरीयों के जत्थे के साथ आकापुर स्थित मुल एम आय डी सी कार्निवल कंपनी के पिछे रही खेती मे मेंढीयों के साथ रात बिता रहे निलेश दुर्गा कोरेवार,उम्र 30 वर्ष निवासी कुरमार चांदली,जिसे निंद लग गयी उसका दुसरा साथी भी सो रहा, भेड बकरीयां भी खुले में आराम कर रही थी तभी अचानक बाघ ने निलेश पर हमला कर नड्डी दबोंच ली उसकी आवाज़ भी निकल नही पाई ,बाघ उसे घसीट कर ले जाता रहा भेड बकरीयां तितर बितर होकर चिल्लाने लगी तब दुसरे साथी ने उठकर देखा बाघ उसके साथी को घसिटता लेजारहा है तभी वह लाठी लेकर चिल्लाता चिंखता उस ओर दौड पडा बाघ शिकार को छोड भाग गया. साथी ने जाकर देखने पर गले के पिचक जाने से उसकी मौत हो चुकी थी खुन काफी बह चुका था.
.ईस दुखद घटना से मृतक का परिवार पर पहाड टुट पडा है.मृतक के परिवार में पत्नी और 6 वर्ष का बच्चा और डेढ बरस की बच्ची है.वन विभाग के अधिकारियों ने घटना स्थल का मुआयना कर पोस्ट मार्टम कर मृतक की लाश परिवार को सौंप दी है.
ईसी घटना के एक दिन पहले रात मे मेंढीयों बकरीयों के साथ खेत मे सो रहे मेंढपाल मल्लाजी येगेवार पर बाघ ने हमला किया जिसमें उसकी मौत हो गयी. सोमनाथ रोड पर मुल से 2 कि.मि. के अंतर पर ही यह घटना घटी. लगातार दो दीन मे बाघ के हमले में दो की मौत ने दहशत बरपा कर दी है. वही तेंदुए के दो जवान हो रहे शावक जिनकी मां रोड पर एक दुर्घटना मे मारी गयी थी आकापुर दत्तमंदीर मार्ग पर रहे मुर्गी गोडाऊन के पास देखे जा रहे हैं जहां वे मरी फेंकी हुई मुर्गीयो के लिए आते है.वे दोनो शावक नियमित देखे जाते है.प्रदुषन फैला रहे ईस गोडावुन को हटाने के आदेश के बाद भी आकापुर ग्राम पंचायत कोई कारवाई नही अपना रही है. कारवाई ना करने के लिए 20 हजार मे मांडवली होने की चर्चा ग्रामिणो के बिच व्याप्त है.
0 comments:
Post a Comment