राजुरा -राजुरा तालुका स्थित वेकोलि कोयला खदान में आज, बुधवार 9 जुलाई को आहूत राष्ट्रव्यापी बंद को ज़ोरदार समर्थन मिला. आज सभी नौ कोयला खदानों के 80 प्रतिशत श्रमिक हड़ताल पर रहे. इसके कारण कोयला उत्पादन और खदानों से डंपिंग यार्ड तक कोयला परिवहन पूरी तरह ठप रहा.
Strong support for workers' nationwide strike
पहली और दूसरी पाली में श्रमिकों ने कोयला खदान के गेट पर ज़ोरदार नारे लगाकर केंद्र सरकार की श्रम-विरोधी नीतियों का विरोध किया. इस समय, आईटी सेंट्रल के अध्यक्ष नंदकिशोर म्हस्के, अशोक चिवंडे, श्रीपुरम रामलू, दिलीप कंकुलवार, बबन उरकुडे, रंगराव कुलसंगे, रेलेंगु जुपका, विश्वास साल्वे, भद्रय्या नटार्की, गणपत कुडे, विनोद देरकर, बंडू लांडे, सुरेश दाहुले, सचिन कुडे, दिनेश जावरे, कनकमकुमार, गजला इरय्या, धरम पाल, विजय कंकाटे, मोतीलाल बाबू, शेख जाहिद, सपना चन्ने, सीताराम सहित कई नेताओं ने खदान में भाषण दिए. यह व्यक्त किया गया कि केंद्र सरकार की भूमिका उद्योगपति समर्थक है और इससे श्रमिकों के साथ अन्याय हो रहा है. कोल इंडिया ट्रेड यूनियनों आयटक, एचएमएस, इंटक, सीटू ने इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया.वेकोलि के बल्लारपुर क्षेत्र में 9 जुलाई को सुबह 8 बजे सभी मज़दूर मुख्य द्वार पर और दूसरी पाली में शाम 4 बजे सस्ती ओपनकास्ट, गोवरी और साखरी ओपनकास्ट, पोवनी 1 और 2, गोवरी डीप, बल्लारपुर अंडरग्राउंड और ओपनकास्ट, सीजीएम कार्यालय, एरिया वर्कशॉप, एरिया अस्पताल, एरिया स्टोर पर एकत्रित हुए. इस बार बारिश का भी असर हुआ. हालाँकि, मज़दूर ज़ोरदार नारे लगाने के बाद क्षेत्र से चले गए। श्रमिक नेताओं ने दावा किया है कि वेकोलि के बल्लारपुर क्षेत्र की सभी कोयला खदानों में यह हड़ताल शत-प्रतिशत सफल रही.
वेकोलि के बल्लारपुर क्षेत्र की खदानों में हड़ताल की सफलता के कारण कोयला खदान में एक भी कोयला खनन मशीन चालू नहीं हो सकी. इसके कारण क्षेत्र में प्रतिदिन 35 हजार मीट्रिक टन कोयले का उत्पादन नहीं हो सका. चूँकि श्रमिक स्वेच्छा से हड़ताल में शामिल हुए, इसलिए कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं हुई. हालाँकि, थानेदार सुमित परतेकी के मार्गदर्शन में पुलिस की कड़ी व्यवस्था थी.
राजुरा शहर में राष्ट्रीयकृत बैंकों, डाकघरों और दूरसंचार के कर्मचारियों के बंद में शामिल होने से दैनिक कार्य बाधित रहा.
आज राजुरा शहर में स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और महाराष्ट्र बैंक जैसे राष्ट्रीयकृत बैंक पूरी तरह से बंद रहे. चंद्रपुर संभाग में ग्रामीण डाक कर्मचारी संघ के सभी कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने से लोगों के डाकघर का काम नहीं हुआ. आंगनवाड़ी संघ के सभी सदस्य आज इस हड़ताल में शामिल हुए. राजुरा आंगनवाड़ी वर्कर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष माया कासेट्टीवार, वर्षा खड़से, संगीता खाड़े ने बताया कि शहर की सभी आंगनवाड़ी और तालुका की 12 आंगनवाड़ी बंद रहीं, क्योंकि सभी आंगनवाड़ी वर्कर्स हड़ताल में शामिल थीं.
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