मुल / नासीर खान :-
दि. 02. 12 2025 को मुल नगर परिषद के लिए मतदान हुआ था और 03 को मतगनना होनी थी लेकीन हाईकोर्ट के निर्देश पर चुनाव आयोग ने मतगणना 21 को निशचित कर दी. ईस पर मतदाताओं, राजनितीकों के बिच ईव्हीएम मशिन को लेकर भिन्न भिन्न प्रकार की चर्चाओं का दौर चल पडा जिसमे भाग्य के द्वार खोलने वाली ईव्हिएम मशीन बदनाम हो गयी. अब लंबे इंतेजार के बाद दि. 21 जैसे जैसे नज़दिक आती जा यही है उत्सुकता बढती जा रही है.अब दि.21 को वही बदनाम ईव्हीएम मशीन ही खोलेगी भाग्यवानो के लिए नगर परिषद का दरवाज़ा.!!Only the infamous EVM machine will open the doors of the Municipal Council for the lucky ones on 21st!!!
दि. 20 को उन प्रभागों का चूनाव होने जा रहा है जिन प्रभागों के किसी उम्मीदवार के खिलाफ मामला कोर्ट में दाखील है. जानकारी के अनुसार मुल के प्रभाग क्र.10 मे भाजपा के उम्मीदवार निलेश राय की उम्मीदवारी पर कांग्रेस के उम्मीदवार राहुल प्रेमलवार ने प्रथम चुनाव अधिकारी तथा तहसिलदार मूल के समक्ष आब्जेक्शन दाखील किया था उनका आब्जेक्शन खारीज कर दिया गया था, जिसके बाद सेशन कोर्ट चंद्रपुर में मे अपील दाखिल की गयी थी जो वह भी खारीज हुई जिसके उपरांत मुंबई हाय कोर्ट में निलेश राय के खिलाफ याचिका दाखिल की गयी थी. प्राप्त जानकारी के अनुसार मुंबई हायकोर्ट बेच के समकक्ष याचिका प्रलंबित हैं, कोई स्थगिती आदेश नही. जनचर्चाओं के बिच ईसे निलेश राय की जीत और राहुल प्रेमलवार के साथ साथ कांग्रेस की हार माना जा रहा है.
निलेश राय के खिलाफ मुंबई हायकोर्ट में याचिका डालने के पिछे कांग्रेसी नेता की मंशा यही रही होगी के निलेश राय के खिलाफ मुंबई हाईकोर्ट से स्थिगती आदेश होता है तो प्रेमलवार आसानी से जित जाते हैं और यह जित प्रेमलवार की ना होकर कांग्रेस नेता की जित कहलाती और नेता का कद पार्टी में और उंचा हो जाता लेकीन कुदरत को यह मंजूर नही था. निलेश राय यह भाजपा के उम्मीदवार है उनका अपना वोट बैंक है जिसके चलते उनकी जित को हार मे बदलने के लिए न्याय दंडाधिकारी मूल तथा सेशन कोर्ट चंद्रपुर के आदेश के खिलाफ मुंबई हायकोर्ट मे याचिका दाखील की गयी. ऐसा जानकारों का मानना है.
कहा तो यहां तक जा रहा है के निलेश राय के कार्यकर्ताओं को डराने धमकाने का काम भी किया जाता रहा है जिससे घबरा कर निलेश राय के कार्यकर्ता काम करना छोड दें, लेकीन निलेश राय के कार्यकर्तांओं ना ही निलेश राय पर इसका कोई असर हुआ है, अब तो मुंबई हाईकोर्ट ने भी निलेश राय के चुनाव लढने पर स्थगिती नही दी, जिससे वे और मजबुत हो गये है, उन्हे आज दि. 11.12.2025 को चुनाव अधिकारी मुल की ओर से चुनाव चिन्ह कमल बहाल कर दिया गया है. कार्यकर्ता और प्रभाग नं. 10 के मतदाताओं मे फिर से उत्साह देखा जा रहा है वे अब पुरी तरह निलेश राय के साथ दिखाई देने लगे हैं.
विशेष यह की प्रभाग क्र. 10 में राष्ट्रवादी ( अजित ) के आशिष करकाडे नामक उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस लिए जाने और भाजपा प्रवेश करने पर निलेश राय और मजबूत हो गये है . अब केवल 3 उम्मीदवार शेष रह गये जिसमे भाजपा के निलेश राय, कांग्रेस के राहुल प्रेमलवार और वंचित आघाडी कें भिमराव ईटकलवार ईन तिनों के बिच घमासान होगा.
दि.2 को सम्पन्न मतदान के बाद अफवाओं के बिच हवा यह चल रही थी के हर प्रभाग से कांग्रेस ही जित रही है लेकीन चार पांच दिनों बाद हवा का रूख ऐसे पलटा के कल तक कांग्रेस कांग्रेस कहने वाले यह कहते दिखाई दिए के क्रास वोट हुआ है जिसके चलते अब यह कहा जाने लगा है के कांग्रेस की कुछ सिटें आ सकती है भाजपा का गढ़ कायम है वह ईस लिए के भाजपा के विकास पुरूष मुनगंटीवार द्वारा किये गये विकास को जनता भुला नही पायी और लाडली बहना भाजपा के साथ है.
दि. 21 को मतगणना कराने के कोर्ट के निर्देश के बाद चुनाव आयोग ने सभी मतगणना एकसाथ करने के आदेश के बाद चलाई जा रही अफववहों भरी चर्चाओं के बिच कहा जा रहा था के अब तो ईव्हीएम मे गडबडी की जा सकती हैं अब कांग्रेस नही आ सकती है लेकीन चुनाव अधिकारी मृदुला मोरे द्वारा यह स्पष्ट करने के बाद के तिन तिन पहरों में ईव्हिएम मशिने सुरक्षित है. अफवाहों का बाजार फिर मंदा हो गया. 20 तारीख तक ना जाने कौनसी कौनसी अफवाहे हवा में फैलायी जाती रहेगी. सच जो अभी तक छुपा है वह तो 21 को ही हाजीर होगा, जो होगा वही सच होगा जिसे सभी को कबुल करना होगा !
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दि. 20 को प्रभाग क्र. 10 के होने वाले चुनाव पर हमारी पैनी नज़र है, नेता हो या कार्यकर्ता कानून सबके लिए एक समान है वहां कानून किसी को भी हाथ मे लेने नही दिया जाएगा. जनता बेखौफ होकर मतदान का अधिकार बजाए . पुलीस व्यवस्था चाकचौबंद रहेगी.
विजय राठोड, थानेदार पुलीस स्टेशन मुल
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दि. 02. 12 . 2025 को सम्पन्न मतदान के बाद ईव्हीएम मशिन यंत्र सिलबंद कर तहसिल कार्यालय स्थित स्ट्रांग रूम में सुरक्षीत रखे गये है. स्ट्रांग रूम के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था दी गयी है. प्रथम स्तर पर राखीव दल, दुसरे स्तर पर पुलीस दल, तिसरे स्तर पर स्थानिय पुलीस बंदोबस्त तैनात किया गया है. पुरे परिसर में अनाधिकृत प्रवेश बंद किया गया है साथ ही निगरानी हेतू सि सी टी वी कैमरे स्ट्रांग रूम परिसर में लगाए गये हैं.लगाए आते है . मतगणना तक उम्मीदवार और उनके प्रतिनिधी स्ट्रांग रूम सिसीटीवी फुटेज 24 × 7 देख सकेंगे.ऐसी सुविधाएं के साथ स्वतंत्र सिसीटीवी जांच कक्ष भी उपलब्ध कराया गया है. स्ट्रांग रूम व्यवस्थापन के लिए सहा.चुनाव निर्णय अधिकारी तथा न.प.के मुख्य अधिकारी ईनकी जवाबदारी भी निश्चित की गयी है.
---मृदुला मोरे. चुनाव अधिकारी तथा तहसिलदार मुल.
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