चंद्रपुर :- राज्य परिवहन निगम के कर्मियों की विगत 28 अक्टूबर से हडताल शुरू है. चंद्रपुर आगार के कर्मियों ने हड़ताल के लिए यहां मंडप डाल रखा है जिसमें प्रतिदिन चार से पांच कर्मियों के हड़ताल में बैठने की जिम्मेदारी दी गई. इनमें से एक बस चालक की आज रात अनशन मंडप में रूकने की जिम्मेदारी थी परंतु काल को कुछ और ही मंजूर था गडचिरोली से चंद्रपुर आते हुए शनिवार की दोपहर लोहारा के पास अज्ञात वाहन ने उसे कुचल दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. उसकी मौत की खबर सुनते ही पिछले एक माह से अधिक समय से आंदोलनरत एसटी बस कर्मियों में शोक की लहर फैल गई. मृतक का नाम योगेश्वर शेडमाके है.
एसटी कर्मियों के अनुसार चंद्रपुर आगार के बस चालक योगेश्वर शेडमाके जो गडचिरोली निवासी है. आज उनकी यहां मंडप में रूकने की जिम्मेदारी थी. वे गडचिरोली से दोपहर में चंद्रपुर आने के लिए निकले थे. लोहारा के पास दोपहर 1 बजे उन्हें किसी अज्ञात वाहन की जोरदार टक्कर लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई.मृतक का वाहन एक ओर और उसकी लाश कुछ दूरी पर पडी थी. रामनगर पुलिस ने घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर लाश का पंचनामा बनाकर उसे पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया गया है.इस मामले में पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
इस बीच इस घटना की जानकारी मिलने पर अनशन मंडप में शोक की लहर फैल गई थी. सभी ने योगेश्वर शेडमाके की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया. अनशन कर्ताओं का कहना है कि आज धुमाल, दुर्गे, गरमडे, झीझलवार, गोविदवार, शेडमाके, अनुप भ्रद्र आदि कामगारों को आज रात यहां अनशन मंडप में रूकन था. परिवहन मंत्री द्वारा आंदोलनकारी कामगारों को मेस्मा कानून लगाने की चेतावनी दिएजाने से वे कल से ही इस बात को लेकर काफी चिंतित थे और इसी चिंता में आते हुए उनके साथ यह हादसा हुआ है.
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