चंद्रपुर:- केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से प्रतिदिन यहां चंद्रपुर शहर में वायु गुणवत्ता की जांच की जाती है. बीते 2021 के 365 दिनों में केवल 102दिन ही ऐसे रहे जिसमें चंद्रपुर वासी खुलकर सांस ले पाये जबकि 234 दिन उन्हें प्रदूषित वातावरण का सामना करना पड़ा. प्रदूषण के पैमाने को नापे जाने के बाद 67 दिन कुछ कम प्रमाण में प्रदूषण रहा, 134 दिन अत्याधिक और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक जबकि 33 दिन तो स्वास्थ्य के लिए सबसे हानिकारक प्रदूषण रहा. इस दौरान 29 दिनों के आंकडे दर्ज नहीं हो पाये. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल के निरीक्षण के आधार पर यह जानकारी सामने आयी है
पर्यावरण अभ्यासक और ग्रीन प्लानेटसोसायटी के अध्यक्ष प्रा. सुरेश चोपने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि चंद्रपुर शहर में बीते वर्ष 365 दिनों में 102 दिन स्वास्थ्यदायक और कम प्रदूषण वाले थे परंतु 134 दिन अधिक प्रदूषण वाले,33 दिन हानिकारक जबकि 29 दिनों के आंकडे नहीं मिल पाये. चंद्रपुर में शहरी क्षेत्र और औद्योगिक क्षेत्र खुटाला में दो स्थानों पर निरंतर वायु गुणवत्ता निरीक्षण केन्द्र द्वारा वायु प्रदूषण दर्ज किया जाता है. शासकीय यंत्रणा द्वारा आंकडे लिए जाए तो इन स्थानों पर इससे अधिक प्रदूषण का प्रमाण देखने को मिल सकता है.
वर्ष 2021 के 12 महीनों के आंकडो में चंद्रपुर के प्रदूषण के दृष्टिकोण से स्वास्थ्य वर्धक जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर महीने अच्छे है. इन महीनों के 122 दिनों में से 90 दिन अच्छे, 20 दिन साधारण जबकि 22जून को एक दिन सबसे अधिक प्रदूषण पाया गया. फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई इन ग्रीष्मकाल के महीनों मेंअधिक तापमान के कारण अधिक प्रदूषण पाया जाता है. इन महीनों के 118 दिनों में से 75 दिन प्रदूषण अधिक थे, 32 दिन अच्छे जबकि 14 दिनों की आंकडे नहीं मिल पाये. इसी प्रकार अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर और जनवरी यह सर्दियों के महीने में ठंड के कारण, वायु स्थिर होने से इन दिनों अधिक प्रदूषण और धोखादायक होता है. इन महिनों के 123 दिनों में से 92 दिन अधिक प्रदूषण, 26 दिन अच्छे रहे जबकि 5 दिनों के आंकडे नहीं मिल पाये. इससे चंद्रपुर शहर के प्रदूषण का प्रमाण मिलता है.
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल के महाराष्ट्र के 9 स्थानों पर केन्द्र है जिनमें से दो चंद्रपुर में है. इसमें सूक्ष्म धुलकण, नायट्रोजन डाय आक्सईड, सल्फर डाय ऑक्साईड, कार्बन डाई ऑक्साईड एवं ओजोन इन घटकों को देखा जाता है. इनका प्रदूषण निर्देशांक एक्यूआई देखा जाता है.0-50 निर्देशांक को स्वास्थ्य के अच्छा माना गया हैबीते साल 134 दिन यह स्थिति रही है. 201-300 निर्देशांक को स्वास्थ्य के लिए घातक माना जाता है. इससे नागरिकों को सांस लेने में तकलीफ, हदयरोग, अन्य स्वास्थ्य समस्या निर्माण होती है इस वातावरण में बाहर व्यायाम करने, दौडने की मनाई की जाती है. ऐसी स्थिति बीते साल 33 दिनों में दिखी. 301-400 का निर्देशांक खतरनाक स्थित में होता है, 401-500 सबसे गंभीर स्थिति को माना जाता है. ऐसी स्थिति बीते साल एक भी दिन नहीं रही.
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