चंद्रपुर:- वन्यजीवों के शिकारियों की जानकारी देकर वनविभाग से इनाम लेने के साथ साथ शिकारियों के रिश्तेदारों को वनविभाग से उनके रिश्तेदार को
छुडाने का प्रलोभन देकर पैसे ऐंठनेवाले वनविभाग के मुखबिर को गिरफ्तार किया है. आरोपी नंदू पिंपले ब्रम्हपुरी का निवासी है. इस मामले में वनविभाग के
अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल उठे है. इसपुरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठ रही है.
हाल ही में भंडारा और नागपुर
वनविभाग की टीम ने संयुक्त रूप
से कार्रवाई कर तेंदूए के अंगों के
साथ ब्रम्हपुरी के तोरगांव निवासी
रंगनाथ मातेरे को गिरफ्तार
किया है. यह मामला ब्रम्हपुरी
वनविभाग को सुपुर्द किए जाने
के बाद आरोपी से कड़ाई से
पूछताछ में शिकार के मामलों
को अंजाम देनेवाले मास्टरमाईन्ड
नंदू पिंपले का नाम सामने आने
पर वनविभाग की टीम भी हैरत
में पड़ गई. जिस व्यक्ति को
वनविभाग अपना सहयोगी समझते हुए कई मामलों में पुरस्कृत करता आ रहा था वहीं शिकार की घटनाओं को अंजाम
देकर दोनों पक्षों से पैसें ऐंठने में लगा हुआ था.
प्राप्त जानकारी अनुसार नंदू पिंपले ने ही नागपुर वनविभाग के अधिकारियों को तेंदूए के अंगों की तस्करी होने की गुप्त
जानकारी दी. उसकी सूचना पर नागपुर और भंडारा वनविभाग की टीम ने पवनी तहसील केसावरला गांव से रंगनाथ मातेरे को तेंदूए के अंगों 21 मूंछो,13 नाखूनों, 12 दांत और चार नुकीले दांतों के साथ गिरफ्तार किया था. शिकार ब्रम्हपुरी तहसील में होने से इस मामले को चंद्रपुर जिला वनविभाग को सौप दिया गया. आरोपी रंगनाथ मातेरे से कड़ाई से पूछताछ ई से किए जाने पर उसने नंदू पिंपले का नाम लिया और बताया कि शिकार के इस मामले का असली मास्टरमाईन्ड नंदू ही है. वनविभाग की टीम ने बिना देर किए नंदू को हिरासत में ले लिया है. अब उससे पूछताछ की जा रही है.
सूत्रों से मिली जानकारी नंदू चंद्रपुर जिले के ग्रामीणों को पैसों का लालच देकर बाघ और तेंदूए के शिकार के लिए उकसाता था. और शिकार किए जाने के बाद पकड़ने जाने की स्थिति आने पर स्वयं ही वनविभाग को आरोपियों की जानकारी देकर वनविभाग से इस जानकारी के एवज में इनाम पाता था. वही दूसरी ओर आरोपियों के रिश्तेदारों से कहता था कि उसकी अच्छी जान पहचान है वह आरोपियों को आसानी से छुडा लेगा इसके लिए आरोपियों के रिश्तेदारों से पैसे एैठता था.
चंद्रपुर जिले में गत एक से दो वर्षों में बाघ और तेंदूए के शिकार और अंगों की तस्करी केमामले में नंदू पिंपले की भूमिकाको लेकर वनविभाग जांच में
जुट गया है. इस मामले की उच्चस्तरीय जांच किए जाने की मांग राज्य के वन्यजीव मंडल के सदस्य बंडू धोतरे ने की है. उनका कहना है कि जांच से शिकार के इससे पूर्व हुए कई मामलों कीसच्चाई सामने आ सकती है.
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