चंद्रपुर : आज के इस स्वार्थी और मतलबी दौर में सगे साथ नहीं दे रहे है ऐसे में एक महिला का दूसरी महिला पर विश्वास करना उसके लिए घातक साबित हुआ. महिला ने पेट पालने के लिए नौकरी मांगी और सामने वाली महिला ने लालच में आकर उसे सीधे एक लाख रूपये में बेच डाला. यह मामला यहां बल्लारपुर में उजागर हुआ है. इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पति के साथ नहीं निभ पाने के कारण अलग रह रही एक महिला को नौकरी दिलाने का लालच देकर मध्यप्रदेश में किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिए जाने का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने राजुरा की एक महिला समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.यह कार्रवाई बल्लारपुर पुलिस ने की है.
प्राप्त जानकारी अनुसार राजुरा के रमाबाई वार्ड की निवासी आशा कवडू रामटेके उर्फ माधुरी माणिकराव वाघमारे ने अपने पुराने संबंधों का हवाला देकर पीड़ित महिला को नागपुर में नौकरी दिलाने का लालच दिया और उसे ले जाकर मध्यप्रदेश के उज्जैन में किसी व्यक्ति को बेच दिया.
पीड़िता के अपने पति के साथ निरंतर झगडे होने के कारण वह एक माह पूर्व ही पति को छोडकर अपने रिश्तेदारों के यहां रहने चली गई थी. कुछ दिन पूर्व वह विसापुर में अपने किसी रिश्तेदार के यहां गई तो वहां पडोसी में रह रही आशा वाघमारे से उसकी पहचान हुई और उसने उसे नौकरी दिलाने का प्रलोभन दिया. उसे अपने साथ नागपुर चलने को कहा और उसे सीधे उज्जैन ले गई और वहां प्रेम नामक अपने एक परिचित के मदद से मदन अंबाराम राठी 40 नामक व्यक्ति से एक लाख रुपये लिए और पीड़िता का विवाह करा दिया. अपने साथ हुई धोखेबाजी से हतप्रभ पीड़िता ने मौका देख राजुरा में अपनी मौसी को फोन कर सभी आपबीती बताई. उसने फोन पर बताया कि उज्जैन की केसरा मंथन और उसके पुत्र ने उसे घर में बंधक बनाकर रखा हुआ है. पीड़िता के भाई आकाश ने बल्लारपुर पुलिस को इस पूरे मामले की जानकारी दी.
बल्लारपुर पुलिस ने मध्यप्रदेश के उज्जैन के महेतपुर तहसील में दबिश देकर महिला को मुक्त कराया. इस मामले में मदन अंबादास राठी, केसरा मंथन, आशा कवडू रामटेके पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर तीनों को कोर्ट में पेश किया गया. न्यायालय ने चार दिन के पुलिस रिमांड में रखने का आदेश दिया है. आगे की जांच बल्लारपुर पुलिस कर रही है.
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