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नगर परिषद की इमारत ही दे रही दुर्घटना को न्योता।

घुग्घुस: औद्योगिक नगरी, प्रदूषित शहर व विकसित शहर के नाम से प्रसिद्ध घुग्घुस शहर को लगभग 3 दशक से अधिक समय के लगातार प्रयासों के बाद राज्य सरकार ने 31 दिसंबर 2020 को नगर पालिका की घोषणा की गई ।पूरे 2 वर्ष से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी चुनाव ना होने के कारण शहर के विकास में अनेक प्रकार की बाधाएं आ रही हैं।ग्राम पंचायत कार्यकाल में ग्राम पंचायत के कार्य करने हेतु इमारत का निर्माण कार्य किया गया था।इमारत का निर्माण हुए तकरीबन 50 साल से ज्यादा का कार्यकाल भी चुका है।ईमारत पुरातन काल की पद्धति से बनी हुई है। ईमारत में ना ही बीम है,न पील्लर, केवल कच्चे माल से बनी हुई है। ईमारत अत्यधिक जर्जर अवस्था में होने के कारण कभी भी धराशाई होने से इनकार नहीं किया जा सकता।The Municipal Council building itself is inviting the accident.
इमारत की छत लकड़ी व कबेलू से बनी हुई है।जो कि अस्त व्यस्त व क्षतिग्रस्त अवस्था में है। जिस लकड़ी में कबेलू रखे हुए है वह टूटे,कमजोर होने के कारण कभी भी नीचे गिरने की हालत में है। जिसके कारण नगरपरिषद में आवागमन करने वाले लोगों पर कवेलू गिरने के कारण घायल होने की आशंका बनी हुई है।कुछ साल पहले इसी इमारत के एक कमरे में रखी सामग्री में आग लगने के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। गनीमत है कि इस आग में किसी भी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई थी।परंतु इतनी बड़ी दुर्घटना होने के बाद भी प्रशासन मानो दूसरी बड़ी दुर्घटना होने का इंतजार कर रहा है। नगर परिषद परिसर में कोयला खदान होने के कारण ब्लास्टिंग होती रहती है। जिसके कारण जमीन में भारी कंपन उत्पन्न होता है। इस कंपन के कारण जर्जर इमारत कभी भी धराशाई होने का डर नागरिक में बना हुआ है।इसी इमारत में नगर परिषद द्वारा आधार केंद्र शुरू है। संबंधित अधिकारियों द्वारा जर्जर इमारत में आधार केंद्र शुरू होना नागरिकों के सुरक्षा के लापरवाही साफ नज़र आ रही है। कई बार देखा गया है कि नगर परिषद द्वारा नागरिकों के हित के लिए जर्जर इमारत पर कार्यवाही कर ध्वस्त कर दिया जाता है। परंतु यहां मामला उल्टा नजर आ रहा है ।जहां खुद नगर परिषद की इमारत ही दुर्घटना को न्योता दे रही है।आधार केंद्र में बड़ी संख्या में बच्चे, बूढ़े ,महिला, पुरुष आधार कार्ड के कार्य के लिए आते हैं। नागरिकों द्वारा किसी भी प्रकार की कोई बड़ी दुर्घटना होने से पूर्व ही आधार केंद्र से स्थानांतरण कर व जर्जर इमारत को ध्वस्त कर नई इमारत का निर्माण कार्य करने की मांग की जा रही है।
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About The Chandrapur Times

यह पोर्टल संपादक, मालिक, प्रकाशक राजेश सनमाहेन सोलापनद्वारा कार्यालय साप्ताहिक दि चंद्रपुर टाइम्स, आक्केवार वाडी, वॉर्ड नं. १, चंद्रपुर, से प्रकाशित किया गया है । प्रकाशित किसी भी लेखन सामग्री पर संपादक सहमत ही हो यह आवश्यक नही । प्रकाशित कि सी भी लेखनपर आपत्ती हाने पर उनका निस्तारण सूचना प्रौद्योगिकी (प्लेटफ़ॉर्म दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) विनियम 2021 के तहत किया जायेगा ।

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