बल्लारपुर:- बल्लारपुर में श्रमिक नेता दिनेश गोंदे ने आरोप लगाया है कि कंपनी प्रबंधन द्वारा बामनी प्रोटीन उद्योग को पूरी तरह से बंद करने का निर्णय श्रमिकों के साथ अन्याय है और उन्होंने सोमवार से प्रबंधन के खिलाफ धरना आंदोलन शुरू कर दिया है. प्रदूषण के नाम पर महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के विधानसभा क्षेत्र में प्रसिद्ध उद्योगों को बंद करने के कारण सैकड़ों कामगारों पर भुखमारी की नौबत आ गई है.
The decision of the company management to completely shut down Bamani Protein Industry is unfair: Dinesh Gonde
पर्यावरणवादी राजेश बेले की शिकायत के बाद बल्लारपुर तहसील के बामनी गांव में स्थित बामनी प्रोटीन्स लिमिटेड उद्योग को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा. श्रमिक संघ या श्रमिकों को कोई पूर्व सूचना दिए बिना, बामनी प्रोटीन्स प्रबंधन ने 19 मई, 2024 को फैक्टरी बंद करने की कार्रवाई की है. श्रमिक संघ के अनुसार, यह कार्रवाई श्रम कानून के खिलाफ की गई है, जिसके लिए प्रबंधन ने किसी का इंतजार नहीं किया. सरकार के साथ प्रशासन से अनुमति, एक ओर जहां हमारे देश में रोजगार की समस्या विकराल रूप लेती जा रही है, वहीं दूसरी ओर चालू उद्योगों का बंद होना दुर्भाग्यपूर्ण है, वहीं जिले में एक-एक कर उद्योग बंद होते जा रहे हैं, वही विगत बीस वर्षो से बल्लारपुर प्लॉयवुड फैक्ट्री बंद किसी भी नेता व प्रशासन ने इस फैक्ट्री को शुरू करने का प्रयास नहीं किया है प्रशासन व राजनीतिक नेता उदासीनता दिखा रहे हैं, जिले में उद्योग-धंधे बंद होने से हजारों लोगों के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष बेरोजगारों की संख्या बढ़ती जा रही है, कई श्रमिक व उनके परिवार भुखमरी के कगार पर हैं, बच्चों की पढ़ाई का सवाल बना हुआ है मजदूरों की संख्या अधर में लटकी हुई है, अगर जिले में उद्योग-धंधे बंद होते रहेंगे तो विकास के नाम पर जो चल रहा है उसका क्या फायदा? विकास पुरूष वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के जिले में आम आदमी के साथ इस तरह का अन्याय हो रहा है तो कार्यकर्ताओं के माध्यम से यह सवाल पूछा जा रहा है कि कार्यकर्ता तथा कामगार किससे उम्मीद करे, किसके पास न्याय की गुहार लगाए ?, कार्यकर्ता अपनी भावना व्यक्त कर रहे हैं कि सरकार और राजनीतिक नेता को मध्यस्थता कर इसका समाधान निकालना चाहिए.
0 comments:
Post a Comment