मुल/ नासीर खान:-
भगवानपुर के जंगल में सारवन के लिए गयी महिला नंदा संजय मैकलवार उम्र 35 वर्ष निवासी चिरोली बेघर, पर बाघ का हमला हुआ और महिला घटना स्थल पर ही ढेर हो गयी. यह घटना दि. 27 की सुबह 9 बजे के आसपास की बतायी गयी.Tiger Attack
2 people died in one day in the attack of man-eating tiger in Bhagwanpur forest, 11 died in 17 days in the district
चिरोली टोलेवाही से 3,4 कि.मि. के अंतर पर घटित हुई, कक्ष क्र. 524 जानाला बिट चिचपल्ली मे घटित हुई है.महिला के साथ तिन महिलाए भी थी जिनके चिखने चिल्लाने चिल्लाचोट करने पर और भी कुछ लोग वहां आ गये और बाघ भाग निकला लेकीन महीला बच ना पाई.
घटना की खबर प्राप्त होते ही वन परिक्षेत्र अधिकारी चिचपल्ली सारंग बोधे, केलझर राउंड वनपाल वैभव शिंदे, जानाला बिट वन रक्षक उमेश गवई, वन रक्षक अशोक सिंघन, वन रक्षक जिवणदास गव्हाने,तथा संजिवन पर्यावरण संस्था के अध्यक्ष उमेश सिंह झिरे
घटना स्थल पहुंच कर आवश्यक कारवाई अपना मृतक नंदा मैकलवार की लाश को शव विच्छेदन हेतु उप जिला रूग्णालय मुल को रवाना किया.
उपरोक्त घटना के बाद ही उसी ईलाके मे बकरीयां चराने गये मेंढपाल सुरेस सोपनकर निवासी कांतापेठ, पर उसी बाघ ने हमला जिसमें मेंढपाल मारा गया. वही वन क्षेत्र, वही ईलाका, वही बाघ, अंतर केवल 2,3 घंटे का.17 दिन मे 11 वा शिकार पता नही सरकार कब तक मानव और आदम खोर वन्य प्राणियों के बिच जारी मौत का खेल बतौर मनोरंजन देखती रहेगी. जनचर्चा में नेताओं द्वारा तिव्र आंदोलन की भाषा केवल अपना राजकारण चमकाने के लिए.
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