सोशल क्लब के नाम पर जुआ का खेल
महिलाओं, छात्राओं को असुरक्षा
चंद्रपुर ;- चंद्रपुर जिले के सीमांत क्षेत्रों में इन दिनों सोशल क्लब के नाम पर जुआ अड्डे शुरू होने से स्थानीय नागरिकों को विशेषकर महिलाओं, छात्राओं के लिए काफी असुरक्षा निर्माण हो गई है. Gambling Den
Gambling game in the name of social club
इन सोशल क्लबों में प्रशासन ने ताश के खेल की मंजूरी दी है परंतु नियमों को ताक पर रखकर जुए का खेल हो रहा है. ऐसे सोशल क्लबों को बंद करने की स्थानीय नागरिकों ने मांग की है.जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बडे पैमाने पर सोशल क्लब शुरू है. जहां बडे पैमाने पर ताश के पत्तों का जुआ खेला जाता है. जिले में कई ऐसे सोशल क्लब है जिसके आसपास शिक्षण संस्थान है जहां बच्चे पढने आते है. जहां से महिलाओं और छात्राओं का दिन में आवागमन होता है. ऐसे में महिलाओं और छात्राओं के लिए सुरक्षा का प्रश्न निर्माण हो गया है. इन सोशल क्लबों को चलाने की अनुमति सुबह 10 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक और कई ऐसे सोशल क्लब है जो पूरी रात चलते है. जहां मात्र 10 टेबल की अनुमति है वहां 25 टेबल लगाये जाते है. इन सोशल क्लबों में जुआ खेलने तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, छत्तीसगड, से सैकडों वाहनों से लोग आते है. रात में शराब तक परोसी जाती है. लाखों रुपये का जुआ खेला जाता है कई बार तो खेलनेवालों के बीच विवाद बढने पर मारपीट तक की नौबत आ जाती है. जुआ खेलने में आनेवाले लोगों में जहां एक ओर बडे बडे रईस लोगों के साथ साथ अपराधिक प्रवृत्ति के लोग भी शामिल होते है. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र की कानून और सुव्यवस्था एवं शांति भंग हो रही है. महिलाओं और छात्राओं के साथ किसी भी समय अनहोनी से भी इंकार नहीं किया जा सकता है. लोगों का कहना है कि शहरी क्षेत्र में सोशल क्लबों के रहते हुए ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे सोशल क्लबों की क्या आवश्यकता है. ऐसे क्लबों को प्रशासन भला कैसे अनुमति दी है.
प्रतिक्रिया
सोशलक्लब है जुआ अड्डा नहीं
जिले में किसी भी सोशल क्लब में जुआ नहीं शुरू है. रमी क्लब संचालकों ने जिला प्रशासन से बकायदा अनुमति ले रखी है. इसलिए यहां केवल मनोरंजन के उद्देश्य से ताश के पत्तों का खेल होता है. जिले में किसी भी क्षेत्र में जुआ शुरू हो तो जनता शिकायत करें निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी.
मुमक्का सुदर्शन, जिला पुलिस अधीक्षक, चंद्रपुर
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