राजुरा : राजुरा शहर में रंगनाथ स्वामी सहकारी पतसंस्था की शाखा में 75 लाख रुपए की धोखाधड़ी का चौंकाने वाला मामला उजागर हुआ है. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ऋण लेकर यह आर्थिक धोखाधड़ी की गई और इसकी जानकारी मिलने पर इस क्रेडिट सोसायटी के वर्तमान प्रबंधक देवेंद्र डुकरे ने धोखाधड़ी के दो मामलों में क्रमश: राजुरा और गड़चांदूर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. राजुरा और गड़चांदूर पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. राजुरा में हुए मामले में रंगनाथ स्वामी सहकारी पतसंस्था के तत्कालीन प्रबंधक भूपेंद्र हनुमंते (48) को राजुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
16 जून को रंगनाथ स्वामी सहकारी पतसंस्था की राजुरा शाखा के प्रबंधक ने राजुरा और गड़चांदूर पुलिस थानों में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत के अनुसार, राजुरा के तत्कालीन शाखा प्रबंधक भूपेंद्र हनुमंते, कर्जदार गणपत धांडे और रामराव दातारकर ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन लेने की साजिश रची. गणपत धांडे ने 55 लाख रुपये और रामराव दातारकर ने 20 लाख रुपये का लोन लिया. गणपत धांडे और रामराव दातारकर दोनों ने फर्जी दस्तावेज पेश किए और तत्कालीन प्रबंधक भूपेंद्र हनुमंते ने इन फर्जी दस्तावेजों को स्वीकार करने की साजिश रची और इतना बड़ा लोन मंजूर किया. इन दोनों मामलों में तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 171, 34, 409, 420, 465, 466, 468, 471, 402, 473, 5477 के तहत मामला दर्ज किया गया है क्योंकि ये पुराने मामले हैं. राजुरा और गड़चांदूर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.सहायक पुलिस निरीक्षक हेमंत पवार ने बताया कि राजुरा और गड़चांदूर पुलिस के बेलिफों के बारे में जानकारी और लेन-देन के सबूत जुटाने का काम चल रहा है और धोखाधड़ी से प्राप्त धन और संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. सहायक पुलिस निरीक्षक हेमंत पवार पुलिस निरीक्षक सुमीत परतेकी के मार्गदर्शन में इस मामले की जांच कर रहे हैं.
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