घुग्घुस:- शहर में बुधवार 30 जुलाई को रात 10 बजे के दरमियान घुग्घुस बस्टैंड के सामने शिवाजी चौक परिसर में दर्दनाक सड़क हादसा हुआ जिसमें घर की ओर जा रहे दो वेकोलि कर्मचारियों को पीछे से आ रहे अनियंत्रित ट्रक क्रमांक टीजी 29 टी 2969 ने कुचल दिया। जिसमें दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस दर्दनाक हादसे के बाद लोगों में प्रशासन के प्रति रोष पनप रहा है। शहर में आए दिन हो रही दुर्घटनाओं के लिए प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार होने का आरोप लगाया जा रहा है।
WCL workers returning home were crushed by a speeding truck
जख्मियों में संजय पाल (45) और उद्धव मोरे (56) शामिल हैं। इस मामले में पुलिस ने ट्रक चालक शंकर डी गौडा (42) को हिरासत में लिया है। ट्रक पुलिस थाने में जमा किया गया है। जिले में औद्योगिक नगरी के नाम से प्रसिद्ध घुग्घुस शहर में कई उद्योग होने के कारण बड़े पैमाने में भारी वाहनों का परिवहन होता है परंतु परिवहन करते यात्रियों को हो रही समस्याओं की ओर न ट्रैफिक पुलिस और न ही संबंधित विभाग द्वारा ध्यान दिया जा रहा है। इस कारण मार्ग में बड़े बड़े गड्ढे, अतिक्रमण, मुख्य पर अव्यवस्थित वाहनों की पार्किंग, मार्ग के किनारे खड़े भारी वाहन, ट्रैफिक पुलिस की गैर मौजूदगी और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की कमी के कारण आए दिन हो रही दुर्घटनाओं के कारण अब लोगों द्वारा तीव्र रोष जताया जा रहा है। वेकोलि कर्मचारी मोटरसाइकिल क्रमांक एम. एच.34 बीई 9588 पर सवार होकर घुग्घुस से मुंगोली कॉलोनी जा रहे थे।दौरान पीछे से आ रहे ट्रक ने दोनों को कुचल दिया। जख्मी संजय पाल (45) मुंगोली खदान और उद्धव मोरे (56) कोलगांव खदान में कार्यरत है। दोनों कैलास नगर स्थित वेकोलि कॉलोनी के निवासी हैं। हादसे के बाद देखते ही देखते लोगों की बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई और सभी घायलों को जल्द से जल्द एम्बुलेंस से तत्काल निजी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उन्हें नागपुर के अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां दोनों की स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है।हटाने के बाद फिर अतिक्रमण
दिनों-दिन बढ़ती घटनाओं को देखते हुए नगरपरिषद ने अतिक्रमण हटाने की एक बड़ी कार्रवाई की थी, लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते अधिकांश अतिक्रमण फिर से जस का तस बना हुआ है। नतीजतन, यहां ट्रैफिक जाम, नियमों की अनदेखी और मनमानी पार्किंग आम बात हो गई है। इस वर्दनाक हादसे के बाद स्थानीय नागरिकों का गुस्सा फूट पड़ा है। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते प्रशासन ने चौक से अतिक्रमण हटाकर उचित यातायात प्रबंधन लागू किया होता, तो यह दुर्घटना रोकी जा सकती थी।
मार्ग पर बड़े-बड़े गड्डे
मुख्य मार्ग होने के कारण बड़े पैमाने में टोल वसूली के बावजूद सड़क की हालत चौराहोंठेल बेहद खराब है। जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं जो जानलेवा साबित हो रहे हैं। आए दिन इन गड्डों के कारण दोपहिया, चारपहिया वाहन दुर्घटनायास्त हो रहे हैं। मार्ग में बड़े-बड़े गलों कारण भारी वाहनों को भी काफी नुकसान हो रहा है। गड्डों के कारण लोगों की जान जा रही है। लेकिन प्रशासन गहरी निंद में होने का आरोप नागरिकों ने लगाया है।
0 comments:
Post a Comment