मूल / नासीर खान :-
घर के बडे बुजुर्गो को हमेशा यह कहते सुना गया है के जो होता है वह अच्छे के लिए ही होता है. वही बात मुल न.प.चुनाव प्रभाग क्र. 10 में होती दिखाई दे रही हैं. कांग्रेस के नेता का कोर्ट के भरोसे चुनाव जितने का खेल अब पुरी तरह खत्म हो गया है. कहा जाता है की तहसिलदार तथा न्याय दंडाधिकारी मृदुला मोरे के आदेश को सेशन कोर्ट ने बरकरार रखते हुए कांग्रेस उम्मीदवार की अपील पुरी तरह खारीज कर दी कांग्रेस को यहीं रूक जाना चाहिए था और प्रभाग मे उम्मीदवार के लिए मेहनत करनी चाहीए थी. लेकीन मुंबई हायकोर्ट के भरोसे अपनी जित पक्की करने के चक्कर में समय बर्बाद हो गया और ईसी बर्बाद समय का पुरा फायदा भाजपा के उम्मीदवार निलेश राय ने उठाया और अपना गढ़़ मजबुत कर लिया. कांग्रेस के नेता द्वारा कोर्ट के भरोसे अपना कद उंचा करने की सोंच के चलते कांग्रेस उम्मीदवार के पावों तले की जमीन खिसकती जा रही है और निलेश राय भाजपा के कम और जनता के उम्मीदवार ज्यादा कहलाने लगे हैं ऐसा ताजा स्थिति से लग रहा है.!!! BJP candidate "Nilesh Rai" riding a horse named Ajay in the race in ward no. 10!!!
उम्मीदवार चुनकर आए ना आए पार्टी में अपना कद और उंचा हो जाए इस चक्कर मे कांग्रेस का एक उम्मीदवार संख्या मे घटने जा रहा है ऐसा कांग्रेसी मतदाताओं की चर्चा में कहा जाने लगा है, कहा तो यह भी जा रहा है के कोर्ट के चक्कर में जो चुनाव 2 को होने जा रह था वह अब 21 को होने जा रहा है जिससे उम्मीदवार का 19 दिन का दैनिक खर्च अधिक बढ़ गया जिस कारण कांग्रेस उम्मीदवार का बजट गडबडा गया है और पार्टी ने हाथ खिंच लिए है तो उम्मीदवार का हौंसला टुट जाना साहजिक है.
उम्मीदवार कोई भी हो 19 दीन का खर्च अधिक सर पर आजाना जिससे हालत पतली हो जाना निश्चित है. अब वही यह बोझ उठा सकता है जिसके पास अपना पैसा है और सपोर्ट है. देखने से लगता है की कांग्रेस का उम्मीदवार बढते खर्च के चलते पुरी तरह टुट चुका है क्यों के हर आदमी का अपना बजट होता है और बजट के बाहर खर्च करना पडे तो टुटना निश्चित है. वही भाजपा उम्मीदवार की ले लो, जितने वाले पर खर्च करने हर कोई तयार रहता है , बोझ उठाने मे हर कोई साथ रहता है और पार्टी भी दिल खोलकर अंतीम चरण तक साथ देती है. रेस के घोडे पर हर कोई दांव लगाता है. आज चुनाव के मैदान भाजपा का उम्मीदवार रेस के घोडे पर सवार है फिर भाजपा तो पुरी ताकत झोंक देगी ईसमे कोई शक नही है.
कांग्रेस उम्मीदवार राहुल प्रेमलवार हताश और निराश दिखाई देने से कार्यकर्ताओं में भी अब वह जोश दिखाई नही दे रहा है. कांग्रेस के उम्मीदवार को कोर्ट का द्वार दिखा कर कांग्रेस नेता ने जो गलती की है वह गलती भारी पडती दिखाई दे रही हैं.अगर उम्मीदवार हार जाता है तो हार का ठिकरा नेताजी के सर पर ही फोडा जाएगा ऐसी स्थिती कांग्रेसी खेमें मे दिखाई दे रही है.
निलेश राय भाजपा के कहलाने से पहले एक अच्छे सामाजिक कार्यकर्ता के रूप मे पहचाने जाते हैं. शालेय जिवणकाल से ही वे एक अच्छे सामाजिक युवा कार्यकर्ता और नेता कहलाने लगे थे. एक समय उन्होंने अपने प्रभाग से किसी की एक ना सुनते हुए अपनी माताजी रजनी रायकंटीवार को चुनाव में अपक्ष खडा कर जित दिलवाई थी तभी से ईनके सामाजिक तथा राजनितिक कौशल्य की पहचान प्रभाग वासीयों को ही नही तो शहर वासीयों को भी हुई थी. उनके भाषणों मे एकाग्रता तथा विचार शैली तथा सर्वगुण वक्ता होने को देख राजकिय पार्टीयों ने अपनी पार्टी में प्रवेश का न्योता दिया था लेकीन उन्होंने भाजपा को पसंद किया तब से वे भाजपा मे अपनी अलग पहचान बनाए हुए है.पुर्व मंत्री तथा वर्तमान विधायक विकास पुरूष सुधिर मुनगंटीवारजी के निकटतम माने जाने वालों में गिने जाते हैं !
********************************
0 comments:
Post a Comment