मुल / नासीर खान :-गर्मी का मौसम शुरू होने से पहले हर कार्यालय मे कुलर,शितल जल की व्यवस्था की जाती है. बंद मशिनो को दुरुस्त कर शुरु किया जाता है लेकीन मुल प्रशास्किय भवन की ईमारत में शितल जल की आरो मशिने सडी गली टुटी फुटी भंगार अवस्था में दिखायी दे रही है ईसे जनहित में शुरु करा कर शितल जल की व्यवस्था कराना एस. डी. एम. अथवा तहसिलदार का नही है तो फिर किसका काम हैं क्या ईसे दुरूस्त कराने और शुरू कराने की जिम्मेदारी किसी अन्य विभाग की हैं, ईसके लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाए.
आजकल जनता के कार्यो को टालने के लिए हर किसी के पास आगामी लोकसभा चुनाव एक ठोस बहाना बन चुका है. पुछा जा रहा है जनहित मे ठंडे पानी के लिए बंद आरो मशिनो को दुरूस्त ना करने के पिछे यही बहाना है अगर ऐसा है तो तहसिल कार्यालय के बाहर एक सुचना फलक लगा दिया जाए के लोकसभा चुनाव संपन्न होने तक किसी भी शास्किय काम से प्रशास्किय भवन ना आए और अपना किमती समय बर्बाद ना करे,और यह भी लिख दिया जाए के भवन में लगी शितल जल की आरो मशिन सुधारने और शुरू करने के लिए निधी उपलब्ध नही हैं साथ ही यह भी लिख दिया जाए के चुनाव संपन्न होने तक आरो मशिने सुधर नही पाएंगी इसलिए पिने का जल अपने साथ में लेकर आएं. एसडीएम तहसिलदार ईतना तो कर सकते हैं ताकी जनता बंद आरो तक जाकर " वाह रे सरकार " कहने से और सरकार जनता की नजरों मे गिरने से बच सके!
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